PF Withdrawal After Job Change : पीएफ अकाउंट को रिटायरमेंट के बाद सबसे सुरक्षित माना जाता है, यह पैसा समय पर काफी काम आता है, लेकिन अगर आप नौकरी बदलते हीं PF का पैसा निकालते है तो आपको नुकसान हो सकता है जैसे टैक्स का ज्यादा भरना पर सकता है। और भविष्य की फंडिंग भी कम हो सकती है। इसलिए पीएफ अकाउंट का उपयोग समझदारी से फैसला लेना बहुत जरूरी है। तो चलिए जानते है PF का पैसा कैसे निकलना चाहिए क्या है सही तरीका।
PF अकाउंट क्यों है खाश
PF Withdrawal After Job Change : सभी नौकरी करने वाले व्यक्ति के सैलरी के 12% हर महीने PF अकाउंट में जमा होता है। और इतना ही कंपनी भी करता है। यह अकाउंट एक लॉन्ग टाइम सेविंग टूल है। जो रिटायरमेंट तक काफी मोटी रकम बन जाती है। पैसे के जरूरत पड़ने पर आंशिक निकासी की सुविधा भी दी जाती है।
नौकरी बदलते ही PF का पैसा निकालना क्यों है नुकसानदायक
अगर आप नौकरी बदलते हीं PF का पैसा निकालते है तो ब्याज पर मिलने वाला कम्पोंडिंग बेनिफिट्स खत्म हो जाता है। उदाहरण के लिए 20 साल लगातार जमा करने पर रकम कई गुना बढ़ जाता है। लेकिन बीच बीच में रकम निकलने से यह काफी कम हो जाता है।
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टैक्स का बोझ भी बढ़ता है
पीएफ का पैसा 5 साल पूरे होने से पहले यदि आप अकाउंट से पैसे निकालने पर टैक्स देना पड़ता है, जल्दी पैसा निकालने पर सेविंग कम होता है और टैक्स लगने पर और ज्यादा रकम कम हो जाता है। यह कदम भविष्य के लिए घाटे के सौदा साबित हो सकता है।
बेहतर विकल्प ट्रांसफर करना है
नौकरी बदलने के बाद पैसे निकालने के बजाय बेहतर यह है कि PF अकाउंट को नई कंपनी के अकाउंट से ट्रांसफर कर दिया जाए। एकाउंट ट्रांसफर का प्रोसेस काफी आसान है और UAN पोर्टल के जरिए कुछ ही मिनटों में ऑनलाइन किया जा सकता है। इससे बैलेंस और ब्याज लगातार जुड़ते रहते हैं।
जरूरत पड़ने पर आंशिक निकासी का विकल्प
अगर आपको किसी मारजेंसी में पैसे की जरूरत पड़ती है तो आप आंशिक निकासी कर सकते हैं। लेकिन पूरा खाता खाली करना किसी भी प्रकार से फायदेमंद नहीं है। लंबे समय तक पीएफ अकाउंट को बनाए रखना आपके रिटायर्ड फंड को मजबूत बनाने का सबसे आसान तरीका है।
निष्कर्ष :-
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हमने आपको PF Withdrawal After Job Change के बारे और अन्य जानकारी के बारे में विस्तार से बताया है आसा करते है कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी।